देवी लक्ष्मी को धन संपत्ति की देवी माना जाता है। शास्त्रों में देवी लक्ष्मी के घर में पराधने के समय का वर्णन मिलता है। मान्यता है कि देवी उसी घर में वास करती है जहां साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है और उनकी पूजा अर्चना पूरे विधि-विधान से की जाती है। आइए जानते हैं देवी लक्ष्मी के घर पधारने का समय और उनके घर में वास करने के लिए क्या करना चाहिए।
* इस समय पधारती हैं देवी लक्ष्मी:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धन की देवी लक्ष्मी संध्या के समय पधारती हैं। यही वह समय है जब भाग्य घर के दरवाजे पर दस्तक देता है। यह समय शाम के 7 बजे से 9 बजे के बीच का होता है। इसके कारण हिंदू धर्म में संध्या के समय झार के द्वार पर दीये जलाने जैसी परंपराओं का पालन किया जाता है। संध्या के समय घर में झाड़ू लगाना भी वर्जित माना जाता है।
* द्वार खुला रखें:
संध्या के समय घर के द्वार को खुला रखना चाहिए। मान्यता है कि द्वार बंद रहने पर देवी लक्ष्मी लौट जाती हैं। इस समय घर के मंदिर और मुख्य द्वार पर दीया जलाकर लक्ष्मी देवी के स्वागत को तैयार रहना चाहिए।
* साफ सफाई जरूरी:
धन की देवी लक्ष्मी वहीं रहना पसंद करती हैं जहां साफ-सफाई रहती है। शाम होने के पहले झाड़ू लगाकर घर व्यवस्थित कर लेना चाहिए।
* देवी लक्ष्मी के वास के लिए रखें इन बातों का ख्याल:
घर के ईशान कोण को वास्तु शास्त्र के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यह देवी देवताओं के वास करने का स्थान होता है। घर में रसोई और पूजा घर इसी दिशा में बनाए और यहां नियमित सफाई करें। यहां कोई भी फालतू की चीज नहीं रखनी चाहिए। घर का ईशान कोण साफ-सुथरा हो तो मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा बनी रहती है और वह घर में वास करती हैं। और घर में सुख-समृद्धि आती है। सफाई के दौरान घर की पूर्व दिशा की अच्छी तरीके से सफाई करनी चाहिए। इस दिशा से सूर्य प्रकाश के साथ सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
इन उपायों से धन की देवी की कृपा सदैव बनी रहती है।
With these measures, the blessings of the goddess of wealth always remain