कार्य सिद्धि करने का मन्त्र व विधि|

कार्य सिद्धि करने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है| ॐ रक्तकोमलधारिणी महामृत वासिनी जटो भवन्तु कत्थ्यै कथ शीघ्रं शुडुं कुरु नमः|| कार्य सिद्धि करने का मन्त्र की विधि इस…

Continue Readingकार्य सिद्धि करने का मन्त्र व विधि|

शुक्रवार व्रत (जय माँ संतोषी)|

इस व्रत को करने वाला कथा कहते व सुनते समय हाथ मे गुड व भुने चने रखें| विधि: इस व्रत को करने वाला कथा कहते व सुनते समय हाथ मे…

Continue Readingशुक्रवार व्रत (जय माँ संतोषी)|

आरती क्या है और कैसे करनी चाहिए?

पूजा के अन्त में आरती की जाती है| पूजन में जो त्रुटि रह जाती है, आरती से उसकी पूर्ति होती है| पूजन मन्त्रहीन और क्रियाहीन होने पर भी आरती कर…

Continue Readingआरती क्या है और कैसे करनी चाहिए?

इतनी शक्ति हमें देना दाता|

इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमज़ोर हो न हम चलें नेक रस्ते पे हमसे भूल कर भी कोई भूल हो न.. हर तरफ़ ज़ुल्म है, बेबसी है…

Continue Readingइतनी शक्ति हमें देना दाता|

मां सरस्वती चालीसा|

हिंदू धर्म में माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है। सरस्वती जी को वाग्देवी के नाम से भी जाना जाता है। सरस्वती जी को श्वेत वर्ण अत्यधिक प्रिय…

Continue Readingमां सरस्वती चालीसा|

श्री साईं जी की प्रार्थना|

साईं कृपा से व्रत कथा लिखवाई, भक्तों के हाथों में पहुंची| साईं गुरुवार व्रत करे जो कोई, उसका कल्याण तो हरदम होई| घर बार सुख शांति होवे, साईं ध्यान करे…

Continue Readingश्री साईं जी की प्रार्थना|

शिव भक्त मार्कंडेय|

एक बार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए मृकंडु मुनि ने कठोर तपस्या की| उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए| मृकंडु ने उनसे विनती…

Continue Readingशिव भक्त मार्कंडेय|

गुरु पूर्णिमा के उत्सव के बारे में आने वाले भक्तों के लिए जरूरी सूचना

*जय माता दी जय माता दी जय माता दी* राजेश्वरी धाम मां देवी राज रानी वैष्णो मंदिर में गुरु पूर्णिमा के उत्सव के बारे में आने वाले भक्तों के लिए…

Continue Readingगुरु पूर्णिमा के उत्सव के बारे में आने वाले भक्तों के लिए जरूरी सूचना

श्री साईं जी के व्रत के लाभ|

श्री साईं बाबा व्रत के फलस्वरूप निम्नलिखित लाभ व फल प्राप्त हो सकते है: 1.  पुत्र की प्राप्ति, 2.  कार्य सिद्धि, 3.  वर प्राप्ति, 4. वधु प्राप्ति, 5.  खोया धन…

Continue Readingश्री साईं जी के व्रत के लाभ|

लंका में श्री हनुमान जी|

भगवान श्रीराम ने अपने प्रतिज्ञा पूरी की| उन्होंने बालि का वध करके सुग्रीव को भयमुक्त करके किष्किंधा का राज्य सौंप दिया| फिर कुछ दिनों के बाद अपने वायदे के अनुसार…

Continue Readingलंका में श्री हनुमान जी|

करे कराए आपे प्रभू – साखी श्री गुरु अर्जन देव जी|

एक दिन गुरु अर्जन देव जी के पास चड्डे जाति के दटू, भानू, निहालू और तीर्था आए| उन्होंने आकर गुरु जी से प्रार्थना की महाराज! हमें तो आपके वचनों की…

Continue Readingकरे कराए आपे प्रभू – साखी श्री गुरु अर्जन देव जी|

श्री सीता राम जी की आरती|

जुगल छबिकी आरती करूँ नीकी| गौर बरन श्रीजनक ललीकी, स्याम बरन सिय पीकी| मुकुट चंद्रिका में द्युति राजै, अगनित सूर्य ससीकी| सुन्दर अंग अंग में छबि है, कोटिन काम रतीकी|…

Continue Readingश्री सीता राम जी की आरती|

जलंधर वध की कथा|

एक बार इंद्र सहित देवताओं ने भगवान शिव की परीक्षा करनी चाही| वह देवों के गुरु वृहस्पति के साथ कैलाश पर्वत पर पहुंचे| शिव ने अपनी आत्मिक शक्ति के बल पर…

Continue Readingजलंधर वध की कथा|

तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं!

एक राजा हाथी पर बैठकर अपने राज्य का भ्रमण कर रहा था। अचानक वह एक दुकान के सामने रुका और अपने मंत्री से कहा: मुझे नहीं पता क्यों, पर मैं…

Continue Readingतुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं!

श्री सत्यनारायण कथा|

सूत जी बोले: हे ऋषियों ! जिसने पहले समय में इस व्रत को किया था उसका इतिहास कहता हूँ, ध्यान से सुनो! सुंदर काशीपुरी नगरी में एक अत्यंत निर्धन ब्राह्मण…

Continue Readingश्री सत्यनारायण कथा|

संतोषी माता चालीसा|

॥ दोहा ॥ बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार । ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार ॥ भक्तन को सन्तोष दे सन्तोषी तव नाम । कृपा करहु जगदम्ब…

Continue Readingसंतोषी माता चालीसा|

हनुमान आरती

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥ मनोजवं मारुत तुल्यवेगं, जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥ वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं, श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥ ॥ आरती ॥ आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन…

Continue Readingहनुमान आरती

शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं|

ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं, वन्दे जगत्कारणम् । वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं, वन्दे पशूनां पतिम् ॥ वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं, वन्दे मुकुन्दप्रियम् । वन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं, वन्दे शिवंशंकरम्…

Continue Readingशिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं|

श्री सत्यनारायण जी आरती|

जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । रत्‍‌न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै ।…

Continue Readingश्री सत्यनारायण जी आरती|

श्री गंगा स्तोत्रम्|

श्री गंगा जी की स्तुति गांगं वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतम् । त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु माम् ॥ माँ गंगा स्तोत्रम्॥ देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे । शङ्करमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव…

Continue Readingश्री गंगा स्तोत्रम्|

अगर हो जाए पूजा में कोई भूल, तो इस मंत्र का करें उच्चारण

हम सभी किसी न किसी देवता की पूजा जरूर करते हैं. पूजा पाठ के कई नियम होते हैं अक्सर पूजा करते समय हमसे जाने-अनजाने भूल हो जाती है. लेकिन क्या…

Continue Readingअगर हो जाए पूजा में कोई भूल, तो इस मंत्र का करें उच्चारण

28 जनवरी दिन शनिवार को राजेश्वरी धाम देवी राज रानी वैष्णो मंदिर में अष्टमी का आयोजन

जय माता दी जय माता दी राजेश्वरी धाम देवी राज रानी वैष्णो मंदिर, बस्ती शेख रोड, जालंधर में 28 जनवरी दिन शनिवार को मां की पावन अष्टमी का रात 8:00…

Continue Reading28 जनवरी दिन शनिवार को राजेश्वरी धाम देवी राज रानी वैष्णो मंदिर में अष्टमी का आयोजन

शिवरात्रि की पूजा कैसे करनी चाहिए जाने पूरी विधि

शिवरात्रि की पूजा कैसे करनी चाहिए जाने पूरी विधि शिवरात्रि की पूजा रात्रि के चारों प्रहर में करनी चाहिए। शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा…

Continue Readingशिवरात्रि की पूजा कैसे करनी चाहिए जाने पूरी विधि

आज लगेगा चंद्र ग्रहण, शुरू हुआ सूतक काल, इन नियमों का अवश्य करें पालन, नही तो हो सकता भारी नुकसान

आज लगेगा चंद्र ग्रहण, शुरू हुआ सूतक काल, इन नियमों का अवश्य करें पालन, नही तो हो सकता भारी नुकसान नई दिल्ली : आज यानी 8 नवंबर को साल का…

Continue Readingआज लगेगा चंद्र ग्रहण, शुरू हुआ सूतक काल, इन नियमों का अवश्य करें पालन, नही तो हो सकता भारी नुकसान

गणेश चतुर्थी व्रत की चौथी कथा

गणेश चतुर्थी की पौराणिक एवं प्रचलित कथा : व्रत में सुनने से दूर होंगे सारे संकट, मिलेगा अपार सुख चौथी कथा : - श्री गणेश चतुर्थी व्रत की पौराणिक कथा…

Continue Readingगणेश चतुर्थी व्रत की चौथी कथा

गणेश चतुर्थी व्रत की तीसरी कथा

गणेश चतुर्थी की पौराणिक एवं प्रचलित कथा : व्रत में सुनने से दूर होंगे सारे संकट, मिलेगा अपार सुख श्री गणेशाय नम:' तीसरी कथा :- एक समय की बात है…

Continue Readingगणेश चतुर्थी व्रत की तीसरी कथा

गणेश चतुर्थी व्रत की दूसरी कथा

गणेश चतुर्थी व्रत की दूसरी कथा :- एक समय की बात है राजा हरिश्चंद्र के राज्य में एक कुम्हार था। वह मिट्टी के बर्तन बनाता, लेकिन वे कच्चे रह जाते…

Continue Readingगणेश चतुर्थी व्रत की दूसरी कथा

आईमा सदस्यों ने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजन तथा हवन यज्ञ कर मनाया भगवान धन्वंतरि दिवस

आईमा सदस्यों ने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजन तथा हवन यज्ञ कर मनाया भगवान धन्वंतरि दिवस जालंधर : आल इंडिया नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (आईमा) द्वारा प्रधान जसजीत सिंह भोलावासिया…

Continue Readingआईमा सदस्यों ने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजन तथा हवन यज्ञ कर मनाया भगवान धन्वंतरि दिवस

माँ देवी राज रानी जी का जन्म उत्सव एवम् मूर्ति स्थापना दिवस 2 अक्टूबर 2022 को

श्री राजेश्वरी धाम माता राजरानी मंदिर बस्ती नौ जालंधर बड़े ही हर्ष के साथ सूचित किया जाता है कि माँ देवी राज रानी जी का जन्म उत्सव एवम् मूर्ति स्थापना…

Continue Readingमाँ देवी राज रानी जी का जन्म उत्सव एवम् मूर्ति स्थापना दिवस 2 अक्टूबर 2022 को

मां देवी राज रानी जी का जन्म उत्सव एवं मूर्ति स्थापना दिवस 2 अक्टूबर 2022 सभी भक्तों को सादर आमंत्रण

जय माता दी!  जय माता दी! श्री राजेश्वरी धाम, देवी राजरानी मंदिर, बस्ती शेख रोड, जालंधर  मां देवी राजरानी जी का जन्म उत्सव एवं मूर्ति स्थापना दिवस 2 अक्टूबर 2022…

Continue Readingमां देवी राज रानी जी का जन्म उत्सव एवं मूर्ति स्थापना दिवस 2 अक्टूबर 2022 सभी भक्तों को सादर आमंत्रण

गणेश चतुर्थी व्रत की पहली कथा

गणेश चतुर्थी की पौराणिक एवं प्रचलित कथा : व्रत में सुनने से दूर होंगे सारे संकट, मिलेगा अपार सुख श्री गणेशाय नम:' संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत करने से घर-परिवार में…

Continue Readingगणेश चतुर्थी व्रत की पहली कथा

गरुड़ पुराण तीसरा अध्याय

गरुड़ पुराण तीसरा अध्याय | Garud Puran Adhyay 3 सूतजी बोले, हे शौनक! गरुड़ पुराण को भगवान विष्णु ने ब्रह्मा और शिव को सुनाया था। ब्रह्मा ने मुनिश्रेष्ठ व्यास को…

Continue Readingगरुड़ पुराण तीसरा अध्याय

गरुड़ पुराण दूसरा अध्याय

गरुड़ पुराण दूसरा अध्याय – Garud Puran Adhyay 2 मृत्यु के बाद मरणासन्न व्यक्ति के कल्याण के लिए किए जाने वाले कर्म श्री कृष्ण ने गरुड़ जी से पुत्र की…

Continue Readingगरुड़ पुराण दूसरा अध्याय

गरुड़ पुराण पहला अध्याय

गरुड़ पुराण पहला अध्याय प्राचीन समय की बात है, कि नैमिषारण्य क्षेत्र में शोनक आदि ऋषियों ने अनेक महर्षियो के साथ 7000 वर्ष पर्यंत चलने वाले यज्ञ को प्रारंभ किया…

Continue Readingगरुड़ पुराण पहला अध्याय

महा शिव पुराण कथा

महा शिव पुराण कथा शिव पुराण' का सम्बन्ध शैव मत से है। इस पुराण में प्रमुख रूप से शिव-भक्ति और शिव-महिमा का प्रचार-प्रसार किया गया है। प्रायः सभी पुराणों में…

Continue Readingमहा शिव पुराण कथा

End of content

No more pages to load