आरती कुंज बिहारी कि || Aarti kunj bihari Ki

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । लतन में ठाढ़े...

सूर्य नमस्कार मंत्र अर्थ सहित || Surya namaskar mantra with meaning

ॐ मित्राय नमः ( मित्र को प्रणाम ) ॐ मित्राय नमः मित्राय का मतलब मित्रता। सूर्य देव हम सब के सच्चे मित्र है और सहायक है। सच्चे मित्र का सम्बोधन मित्र कहके किया गया है | उनसे इस मंत्र का प्रयोग हम सूर्य...

अम्बे माँ की आरती || Ambe maa ki aarti

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी। मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को, उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको॥ ॥ॐ जय अम्बे गौरी॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै...

हनुमान चालीसा || Hanuman chalisa in hindi

दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन...

हनुमान जी की आरती || Hanumaan Ji Ki Aarti

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ आरती कीजै हनुमान लला की। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका...

श्री विष्णु चालीसा और आरती

श्री विष्णु चालीसा   ॥ दोहा॥   विष्णु सुनिए विनय। सेवक की चितलाय॥कीरत कुछ वर्णन करूं। दीजै ज्ञान बताय ॥   ॥ चौपाई ॥   नमो विष्णु भगवान खरारी। कष्ट नशावन अखिल बिहारी॥प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी।...

शिव चालीसा और आरती

शिव चालीसा श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत संतन प्रतिपाला॥ भाल चंद्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग...

श्री गणेश चालीसा और आरती

श्री गणेश चालीसा॥ दोहा ॥जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल ।विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू ।मंगल भरण करण शुभः काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता ।विश्व विनायका बुद्धि...