साई राम साई श्याम भजन || Sai ram sai shyam bhajan lyrics in hindi

साईं राम साईं श्याम साईं भगवान, शिर्डी के दाता सबसे महान, करुणा के सागर दया निधान, शिर्डी के दाता सबसे महान । साईं चरण की धुल को, माथे जो लगाओगे, पुण्य चारों धाम का, शिरडी में ही पाओगे, होगा तुम्हारा...

ॐ नम: शिवाय मंत्र अर्थ सहित || Om namah shivaay mantra with meaning

ऊंं- मैं मना आत्मा। नम:— नमस्कार। शिवाय्- शिव परमात्मा। ऊॅं नम: शिवाय्- मैं आत्मा शिव परमात्मा को नमस्कार करता हूं। इस मंत्र का निरंतर जप करते रहने से चिंतामुक्त जीवन मिलता है।  यह मंत्र जीवन में...

मां लक्ष्मी से जुड़ी मान्यताएं क्या हैं? शुक्रवार के दिन लक्ष्मी की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है!

शुक्रवार के दिन लक्ष्मी की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है! मां लक्ष्मी से जुड़ी अन्य मान्यताएं क्या हैं? शुक्रवार के दिन लक्ष्मी की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है! मां लक्ष्मी से जुड़ी अन्य...

तीर्थंकरों के नाम और कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां || Names of tirthankaras and some important information

जैन धर्म में कुल 24 तीर्थकर हुए। इनमें ऋषभदेव पहले तीर्थंकर एवं महावीर अंतिम तीर्थंकर थे। ऋग्वेद में प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव तथा 22वें तीर्थंकर अरिष्ठनमि का उल्लेख मिलता है। ऋषभदेव कोआदिनाथ के नाम से भी...

ईद त्योहार के बारे में जानकारी || Information about eid festival

 ईद की शुरुआत सुबह दिन की पहली प्रार्थना के साथ होती है। इसके बाद पूरा परिवार कुछ मीठा खाता है। वैसे ईद पर खजूर खाने की परंपरा है। फिर नए कपड़ों में सजकर लोग ईदगाह के लिए एक बड़े खुले स्थान पर जाते...

अजमेर शरीफ़ दरगाह का इतिहास || History of ajmer sharif dargah

राजस्थान राज्य के अजमेर में स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। यह दरगाह, पिंकसिटी जयपुर से करीब 135 किलोमीटर दूर, चारों तरफ अरावली की पहाड़ियों से घिरे...

महावीर स्वामी का जीवन परिचय || Biography of mahavir swami

• महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तथा अंतिम तीर्थंकर थे। वे बुद्ध के बाद भारतीय गास्तिक आचार्यों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। महावीर का जन्म 540 बी.सी.ई में वैशाली के कुण्डाग्राम में हुआ था। • महावीर...

बौद्ध धर्म की विशेषताएँ || Features of buddhism

* बौद्ध धर्म ईश्वर और आत्मा को नहीं मानता है । इस बात को हम भारत के धर्मों के इतिहास में क्रांति कह सकते हैं । बौद्ध धर्म शुरू में दार्शनिक वाद-विवादों के जंजाल में फँसा नहीं था इसलिए यह सामान्य लोगों...

जैन धर्म के ग्रंथ || Scriptures of jainism

जैन धर्म सहित्यिक रूप से बहुत धनी था। अनेक धार्मिक ग्रंथ लिखे गए हैं। ये ग्रंथ संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश भाषाओं में लिखे गए थे । केवल ज्ञान, मनपर्यव ज्ञानी, अवधि ज्ञानी, चतुर्दशपूर्व के धारक तथा...