जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए भगवान महावीर ने – Lord Mahavir told the Panchsheel principles of Jainism

जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए भगवान महावीर ने भगवान महावीर का जन्म तकरीबन ढाई हजार साल पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था। महावीर को...

बौद्ध दर्शन के मूल सिद्धांत

बौद्ध दर्शन के मूल सिद्धांत बौद्ध दर्शन तीन मूल सिद्धांत पर आधारित माना गया है- 1.अनीश्वरवाद 2.अनात्मवाद 3.क्षणिकवाद। यह दर्शन पूरी तरह से यथार्थ में जीने की शिक्षा देता है। 1. अनीश्वरवा द बुद्ध ईश्वर...

भगवान इंद्र देव की कहानी 

भगवान इंद्र देव की कहानी  हिन्दू धर्म में तैतीस करोड़ देवताओं की बात कही जाती है. इन सभी के स्वामी इंद्र थे. जिन्हें देवलोक का स्वामी माना गया हैं. धर्मग्रंथों में संभवतः अधिकतर कहानियों में देवराज...

गुरु नानक देव जी के जन्म और जीवन के बारे में 

गुरु नानक देव जी के जन्म और जीवन के बारे में  श्री नानक देव जी का जन्म 15अप्रैल,1469 में गाँव तलवंडी आज के ननकाना साहिब में हुआ था जो वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है. गुरुनानक जी के जन्म दिन को...

देवो के देव महादेव जी की कहानी

देवो के देव महादेव जी की कहानी शंकर या महादेव आरण्य संस्कृति जो आगे चल कर सनातन शिव धर्म नाम से जाने जाते है में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव...

माता ज्वाला जी मंदिर का इतिहास

माता ज्वाला जी मंदिर का इतिहास हिन्दू लोग अपने सभी देवी देवताओं की पूजा बहुत ही श्रद्धा और विधि विधान से करते हैं । यह पर स्थित हर मंदिर की अपनी एक कहानी और अपना इतिहास है आज में आपको एक ऐसे ही एक...

भगत कबीर जी का जन्म और इतिहास – Birth and History of Bhagat Kabir Ji

भगत कबीर जी का जन्म और इतिहास भगत कबीर एक भक्त थे और आध्यात्मिक कवि उत्तर परदेश, भारत में रहते थे। वह एक सख्त एकेश्वरवादी और अनुयायी थे, शायद गुरमत के संस्थापक। गुरु ग्रंथ साहिब में 17 रागों में 227...

श्री कृष्ण जी की जन्म कहानी

श्री कृष्ण जी की जन्म कहानी श्रीकृष्ण, हिन्दू धर्म में भगवान हैं। वे विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं। कन्हैया, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी उनको जाना जाता है।...

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

॥ अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा ॥ भारतवर्ष में एक प्रतापी और दानी राजा राज्य करता था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था। यह बात उसकी रानी को अच्छी नहीं लगती थी, वह न ही गरीबों को दान...