बुधवार के दिन गणपति को प्रसन्न करने के 8 सरल उपाय – 8 simple ways to please ganpati on wednesday

बुधवार के दिन भगवान गणेश जी का पूजन किया जाता है. भगवान गणेश जी  का किसी भी पूजन व शुभ कार्य में विशेष महत्व है. मान्यता है कि गणेश जी के बिना कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होता और इसलिए सबसे पहले उनकी...

समाज पर इस्लामी कला का सकारात्मक प्रभाव- Positive impact of islamic art on society

पूरे इतिहास में इस्लामी कला का समाज पर गहरा और सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसका प्रभाव वास्तुकला, सुलेख, चीनी मिट्टी की चीज़ें, वस्त्र और सजावटी कला सहित विभिन्न पहलुओं में देखा जा सकता है। यहां समाज पर...

जब साई का सर पे हाथ है तो डरने की क्या बात है – Jab sai ka sir pe haath hai to darane kee kya baat hai

जब साई का सर पे हाथ है तो डरने की क्या बात है साई कृपा से ही तो रोशन जीवन की हर रात है जब साई का सर पे हाथ है तो डरने की क्या बात है जय जय साई राम बोलो जय जय साई राम.. सुख दुःख जीवन के दो पहलू ये तो...

पारसनाथ पहाड़ियों का इतिहास – History of parsanath hills

पारसनाथ हिल्स, जिसे शिखरजी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित एक प्रतिष्ठित जैन तीर्थ स्थल है। इसे जैन धर्म में सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र स्थानों में से एक माना जाता...

बौधनाथ स्तूप का इतिहास – History of boudhanath stupa’s

बौधनाथ स्तूप, जिसे बौधा के नाम से भी जाना जाता है, नेपाल के काठमांडू में सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है। यह एक प्राचीन बौद्ध स्मारक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह स्तूप बौद्धों के...

जिम्मेदारी के लिए प्रार्थना – Pray for responsibility

मुझे दे दो, हे भगवान, दायित्व का अहसास। अपने प्रति जिम्मेदारी का एहसास, ताकि मैं उपहारों को कभी बर्बाद न करूँ जो तू ने मुझे दिया है; मेरे माता-पिता के प्रति जिम्मेदारी की भावना, ताकि मैं कुछ करने का...

धन धन रामदास गुर || Dhan dhan ramdas gur

धंन धंन रामदास गुरु  जिन सिरिआ तिनै सवारिआ  धंन धंन रामदास गुरु  पूरी होई करामात, आप सिरजणहारै धारिआ आप सिरजणहारै धारिआ सिखी अतै संगती पारब्रहम कर नमसकारिआ पारब्रहम कर नमसकारिआ जिन सिरिआ तिनै सवारिआ ...

संतोषी माता की आरती || Santoshi mata ki aarti

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता, अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता, जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता !! जय सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो, हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो, जय संतोषी माता...

महरौली दरगाह का इतिहास – History of mehrauli dargah

महरौली दरगाह, जिसे कुतुब साहब की दरगाह या हज़रत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह के रूप में भी जाना जाता है, भारत के दक्षिण दिल्ली के एक ऐतिहासिक पड़ोस महरौली में स्थित एक महत्वपूर्ण सूफी तीर्थस्थल...