जानिए कब से शुरू हो रहे है पितृ पक्ष, पूजा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान – Know when pitru paksha is starting, keep these things in mind during puja

हर साल भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरू होने वाला पितृ पक्ष हिन्दुओं के लिए काफी जरूरी त्योहार माना जाता हैं। इस दौरान जातक अपने-अपने पूरवजों को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग अनुष्ठान करते हैं। पितृ पक्ष...

कोई आन मिलावे मेरा प्रीतम प्यारा – Koi aan milave mera pritam pyara

कोई आण मिलावै मेरा प्रीतम प्यारा हौं तिस पह आप वेचाई ॥ कोई आण मिलावै मेरा प्रीतम प्यारा दर्शन हर देखण कै ताईं, हरि देखण के ताईं कृपा करहि तां सतिगुर मेलहि हरि हरि नाम ध्यायी ॥ हौं तिस पह आप वेचाई ॥...

फिरौन की विपत्तियों की कहानी – Story of pharaoh’s plagues

फिरौन की विपत्तियों की कहानी बाइबिल के पुराने नियम से, विशेष रूप से निर्गमन की पुस्तक में एक प्रसिद्ध कथा है। यह उन घटनाओं का वर्णन करता है जब भगवान ने इस्राएलियों की रिहाई को सुरक्षित करने के लिए...

लुंबिनी मंदिर का इतिहास – History of lumbini temple

लुंबिनी वर्तमान नेपाल में स्थित एक पवित्र स्थल है, जिसे सिद्धार्थ गौतम के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है, जो बाद में बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध के रूप में जाने गए। लुम्बिनी मंदिर का इतिहास...

नागौर दरगाह का इतिहास – History of nagaur dargah

नागोर दरगाह, जिसे आधिकारिक तौर पर नागोर दरगाह शरीफ के नाम से जाना जाता है, भारत के तमिलनाडु के नागापट्टिनम में स्थित एक प्रमुख सूफी तीर्थस्थल है। यह श्रद्धेय सूफी संत शाहुल हमीद को समर्पित है, जिन्हें...

जानिए क्यों मनाया जाता है पर्युषण पर्व? – Know why paryushan festival is celebrated?

पर्युषण जैन धर्म में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो दिगंबर और श्वेतांबर दोनों संप्रदायों द्वारा मनाया जाता है, हालांकि त्योहार से जुड़ा समय और अभ्यास दोनों के बीच थोड़ा भिन्न हो सकता है।...

अहोई माता की आरती – Ahoi mata ki aarti

जय अहोई माता,जय अहोई माता । तुमको निसदिन ध्यावत,हर विष्णु विधाता ॥ ॥ ॐ जय अहोई माता॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला,तू ही है जगमाता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता ॥ ॥ ॐ जय अहोई माता॥ माता रूप...

नामग्याल मठ का इतिहास – History of namgyal monastery

नामग्याल मठ, जिसे नामग्याल तांत्रिक कॉलेज के नाम से भी जाना जाता है, भारत के हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित एक तिब्बती बौद्ध मठ है। यह 14वें दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो के निजी मठ के रूप में...

बावनगजा मंदिर का इतिहास – History of Bawangaja temple

बावनगजा मंदिर, जिसे बावनगजा जैन तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है, भारत के मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल है। यह पहाड़ी पर उकेरी गई विशाल जैन मूर्तियों के उल्लेखनीय...