दरगाह कुतुब साहिब, भारत के नई दिल्ली के महरौली क्षेत्र में स्थित एक प्रतिष्ठित सूफी तीर्थस्थल है। यह दरगाह हज़रत सैयद कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी को समर्पित है, जो एक प्रसिद्ध सूफी संत और भारत में...
राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. हर जू राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. जम को त्रास भयो उर अंतर सरन गही किरपा निध तेरी राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. महा पतित मुगध लोभी फुन करत पाप अब...
आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इसे कोजागिरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा और पूनम पूर्णिमा भी कहते हैं। आश्विन पूर्णिमा को वर्ष भर की पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन चंद्रमा...
दोहा – जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार ! महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार !! चौपाई – अरि मद मान मिटावन हारी, मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ! अष्टभुजी सुखदायक माता, दुष्टदलन जग में विख्याता ! भाल विशाल...
इस साल कुल 4 ग्रहण लगने थे जिनमें से पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल के दिन और पहला चंद्र ग्रहण 5 मई की रात लगा था। आने वाले अक्टूबर के महीने में 2 और ग्रहण लगने वाले हैं। इस खगोलीय घटना को बेहद खास संयोग...
सुलैमान द्वारा भगवान के मंदिर के निर्माण की कहानी, जिसे अक्सर सुलैमान का मंदिर या पहला मंदिर कहा जाता है, बाइबिल के पुराने नियम की एक महत्वपूर्ण घटना है। यह कहानी राजाओं की पहली पुस्तक, अध्याय 5 से 8...
गुरु नानक फड़ लई बांह जी हूँ डर काहदा, साढ़े सिर ते गुरा दी छाँह जी हूँ डर काहदा, हर पासे ने खुशिया खेड़े, सतगुरु आये गरीबा वेहड़े, मैं बलहारे जावा, जी हूँ डर काहदा…. गुरुनानक जी कर्म कमाया...
जिसने भी तेरे कदमो पे, सर को झुकाया है मेरे शिरडी वाले बाबा तूने, गले से लगाया है ओ बाबा तेरे कदमो पे, करता हूँ फरियाद मैं सारे जहान ने ठुकराया, तो आया तेरे पास मैं करुणा का सागर तूँ, दया का भंडार है...
नवग्रह जैन मंदिर भारत के कर्नाटक के हावेरी जिले के वरूर शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर नवग्रहों को समर्पित है, जो हिंदू ज्योतिष में नौ दिव्य देवता या खगोलीय पिंड हैं। जबकि जैन...