भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों का जाप, जानिए भगवान गणेश के मंत्रों का अर्थ। Chant these mantras to please lord ganesha, know the meaning of lord ganesha’s mantras.

विघ्नहर्ता भगवान गणेश का महाउत्सव 19 सितंबर 2023 से गणेश चतुर्थी के साथ शुरू हुआ। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव के दौराण भक्त बप्पा की पूजा-अर्चना करके उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।...

श्री गंगा चालीसा – Shri ganga chalisa

॥ दोहा ॥ जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग। जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जननी हराना अघखानी। आनंद करनी गंगा महारानी॥ जय भगीरथी सुरसरि माता। कलिमल मूल डालिनी विख्याता॥ जय जय...

अमीर आदमी और लाजर की कहानी – The story of the rich man and lazarus

अमीर आदमी और लाजर की कहानी बाइबिल के नए नियम में यीशु द्वारा बताई गई एक दृष्टांत है, विशेष रूप से ल्यूक के सुसमाचार, अध्याय 16, छंद 19-31 में। यह दृष्टांत धन, करुणा और उसके बाद के जीवन के बारे में...

पार्श्वनाथ जैन मंदिर का इतिहास – History of parshvanath jain temple

पार्श्वनाथ जैन मंदिर, जिसे पार्श्वनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, भारत के मध्य प्रदेश राज्य में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो में स्थित एक ऐतिहासिक जैन मंदिर है। यह मंदिर खजुराहो के प्रसिद्ध...

याकुशी-जी मंदिर का इतिहास – History of yakushi-ji temple

याकुशी-जी जापान के नारा में स्थित एक ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर है। यह जापान के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह मंदिर उपचारकारी बुद्ध, याकुशी...

दरगाह कुतुब साहिब का इतिहास – History of dargah qutub sahiba

दरगाह कुतुब साहिब, भारत के नई दिल्ली के महरौली क्षेत्र में स्थित एक प्रतिष्ठित सूफी तीर्थस्थल है। यह दरगाह हज़रत सैयद कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी को समर्पित है, जो एक प्रसिद्ध सूफी संत और भारत में...

राख लेहो पत मेरी- Rakh leho pat meri

राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. हर जू राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. जम को त्रास भयो उर अंतर सरन गही किरपा निध तेरी राख लेहो पत मेरी.. राख लेहो पत मेरी.. महा पतित मुगध लोभी फुन करत पाप अब...

जानिये कब है शरद पूर्णिमा, पूजा का समय और महत्व – Know when is sharad purnima, time and importance of puja.

आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इसे कोजागिरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा और पूनम पूर्णिमा भी कहते हैं। आश्विन पूर्णिमा को वर्ष भर की पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन चंद्रमा...

माँ काली चालीसा – Maa kali chalisa

दोहा – जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार ! महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार !! चौपाई – अरि मद मान मिटावन हारी, मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ! अष्टभुजी सुखदायक माता, दुष्टदलन जग में विख्याता ! भाल विशाल...