थिकसे मठ का इतिहास – History of thiksey monastery

थिकसे मठ, जिसे थिकसे गोम्पा भी कहा जाता है, उत्तरी भारत के लद्दाख क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख तिब्बती बौद्ध मठ है। यह अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला, शांत स्थान और समृद्ध बौद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध है।...

कल तारन गुरु नानक आया – Kal taran guru nanak aaya

सुणी पुकार दातार प्रभ, गुरु नानक जग माहे पठाया चरन धोय रहरास कर, चरणामृत सिखां पीलाया पारब्रह्म पूरन ब्रह्म, कलजुग अंदर इक दिखाया चारे पैर धर्म दे, चार वरन इक वरन कराया राणा रंक बराबरी, पैरीं पवणा जग...

नाबोथ के अंगूर के बाग की कहानी – The story of naboth’s vineyard

नाबोथ के वाइनयार्ड की कहानी पुराने नियम की एक बाइबिल कथा है, जो विशेष रूप से हिब्रू बाइबिल में किंग्स की पहली पुस्तक में पाई जाती है। यह कहानी नाबोथ के अंगूर के बाग के लिए राजा अहाब की इच्छा से जुड़े...

नवरात्रि के दौरान नहीं करने चाहिए यह काम, मान्यतानुसार रूठ जाती हैं माता रानी – These things should not be done during navratri, as per belief mata rani gets angry

गणपति विसर्जन के साथ ही श्राद्ध पक्ष की शुरुआत हो जाती है और उसके बाद शारदीय नवरात्रि का त्योहार आता है। इस साल 15 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है और 23 अक्टूबर को इसका समापन होगा। ऐसे में नवरात्रि...

परशुराम चालीसा – Parshuram chalisa

॥दोहा॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि। सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि॥ बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार। बरणौं परशुराम सुयश, निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई॥ जय प्रभु परशुराम सुख...

आग से भरी भट्ठी की कहानी – Story of furnace full of fire

कहानी “आग से भरी भट्ठी” अक्सर शद्रक, मेशक और अबेदनेगो की बाइबिल कहानी का आह्वान करती है, जो पुराने नियम में डैनियल की पुस्तक में पाई जा सकती है। यह कहानी आस्था और दैवीय सुरक्षा का एक...

जानिए जितिया व्रत इस साल अक्टूबर के पहले हफ्ते में किस दिन रखा जाएगा और इस व्रत की पूजा कैसे करे। Know on which day jitiya vrat will be observed in the first week of october this year and how to worship this vrat.

हिंदू धर्म में संतान के लिए कई तरह के व्रत रखे जाते हैं जिनमें से एक है जितिया व्रत। इस व्रत को जीवितपुत्रिका व्रत और जिउतिया पर्व के नाम से भी जाना जाता है। जितिया व्रत नहाय खाय से शुरू होकर सप्तमी...

बांके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा – Banke bihari re door karo dukh mera

बांके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा, दूर करो दुख मेरा, बिहारी जी, श्री बांके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा ॥ सुना है जो तेरे दर पे आए, उसके सब दुखड़े मिट जाए, आया शरण तिहारी रे, आया शरण तिहारी रे, अब दूर...

शत्रुंजय पहाड़ी का इतिहास – History of shatrunjaya hill

शत्रुंजय हिल, जैनियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और जैन धर्म में सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। यह भारत के गुजरात के भावनगर जिले में पलिताना शहर के पास स्थित है। शत्रुंजय हिल जैन मंदिरों के...