श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का इतिहास – History of shri padmanabhaswamy temple

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक हिंदू मंदिर है, जो भारत के केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला की भव्यता, आध्यात्मिक महत्व और इसके तहखानों में पाई गई...

मेगुती जैन मंदिर का इतिहास – History of meguti jain temple

मेगुटी जैन मंदिर एक प्राचीन जैन मंदिर है जो भारत के कर्नाटक के एहोल में मेगुटी पहाड़ी पर स्थित है। एहोल अपनी समृद्ध ऐतिहासिक और स्थापत्य विरासत के लिए जाना जाता है, और मेगुटी जैन मंदिर इस क्षेत्र की...

महाबोधि मंदिर का इतिहास – History of mahabodhi temple

भारत के बिहार के बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर, बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। इसका अत्यधिक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, विशेष रूप से उस स्थान के रूप में जहां सिद्धार्थ गौतम, जिन्हें...

जानिए खरमास में तुलसी की पूजा करना चाहिए या नहीं – Know whether tulsi should be worshiped in kharmas or not

हिंदू धर्म में तुलसी का बहुत महत्व होता है। सुबह-शाम तुलसी की पूजा  करने के साथ ही मां तुलसी और भगवान विष्णु की साथ में पूजा भी की जाती है। कुछ दिन पहले ही तुलसी जी का विवाह भी हुआ और अब आने वाले कुछ...

श्री विष्णु मंत्र – Shri vishnu mantra

भगवान विष्णु मूल मंत्र ॐ नमोः नारायणाय॥ Om Namoh Narayanaya॥ विष्णु भगवते वासुदेवाये मंत्र ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥ Om Namoh Bhagawate Vasudevaya॥ विष्णु गायत्री मंत्र ॐ श्री विष्णवे च विद्महे...

उमय्यद मस्जिद का इतिहास – History of umayyad mosque

उमय्यद मस्जिद, जिसे दमिश्क की महान मस्जिद के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे महत्वपूर्ण मस्जिदों में से एक है। उमय्यद मस्जिद का निर्माण उमय्यद खलीफा अल-वालिद प्रथम द्वारा किया...

जैकब की लिआ और राचेल से शादी की कहानी – The story of jacob marriage to leah and rachel

जैकब की लिआ और राचेल से शादी की कहानी बाइबिल के पुराने नियम का एक प्रसिद्ध प्रकरण है, विशेष रूप से उत्पत्ति की पुस्तक (उत्पत्ति 29:1-30) से। यह कुलपिता जैकब और उनकी यात्रा के बाइबिल वृत्तांत में एक...

संतां के कारज आप खलोया हरि – Santaan ke kaaraj aap khaloya hari

संता के कारज आपि खलोआ हरि, कम करावण आया राम ॥ संतों के शुभ-कार्य में ईश्वर स्वयं सहायक हुआ है, यह कार्य सम्पन्न करवाने के लिए वह स्वयं आया है। धरत सुहावी ताल सुहावा विच अमृत जल छाया राम ॥ अब धरती...

बगलामुखी चालीसा – Baglamukhi chalia

॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज ॥ कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री बगला माता । आदिशक्ति सब जग की त्राता ॥ बगला सम तब आनन माता । एहि ते भयउ नाम विख्याता ॥ शशि...