फुगताल मठ, जिसे फुगताल गोम्पा या फुक्तल मठ के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के सुदूर ज़ांस्कर क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख बौद्ध मठ है। माना जाता है कि फुगताल मठ की स्थापना...
भारत के महाराष्ट्र के पुणे में चंद्रप्रभु मंदिर स्थित है, जो जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर चंद्रप्रभु को समर्पित है। पुणे में चंद्रप्रभु मंदिर के निर्माण की सही तारीख व्यापक रूप से प्रलेखित नहीं है।...
म्हारे सिर पर है, बाबा जी रो हाथ, खाटु वाले रो हाथ, कोई तो म्हारो कई करसी ॥ जे कोई म्हारे श्याम धणी ने, साँचे मन से ध्यावे काल कपाल भी साँवरिये के, भगता से घबरावे, जे कोई पकड़यो है, बाबा जी रो हाँथ...
शिव भक्त भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय रुद्राक्ष जरूर धारण करते है। मान्यता है कि भगवान शिव की शक्तियां रुद्राक्ष में समाहित होती हैं। रुद्राक्ष का संबंध भगवान शंकर से माना जाता है। आइए जानते हैं...
ब्रह्मांड के प्रथम तत्व कहे जाने वाले भगवान शिव कण कण में व्याप्त हैं। शिव अमर हैं और अविनाशी भी हैं। देवों के देव कहलाने वाले भगवान शिव ही सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति माने गए हैं।...
उड़ाऊ पुत्र का दृष्टांत यीशु द्वारा बताए गए सबसे प्रसिद्ध और मार्मिक दृष्टांतों में से एक है, जो ल्यूक के सुसमाचार (अध्याय 15, छंद 11-32) में दर्ज है। यह एक ऐसी कहानी है जो पश्चाताप, बिना शर्त प्यार...
इब्राहीम और सारा की कहानी यहूदी, ईसाई और इस्लामी परंपराओं में एक मूलभूत कथा है। यह मुख्य रूप से हिब्रू बाइबिल में उत्पत्ति की पुस्तक और ईसाई बाइबिल के पुराने नियम में पाया जाता है। इब्राहीम, मूल रूप...
शौर्य तेज बल-बुद्धि धाम की॥ रेणुकासुत जमदग्नि के नंदन। कौशलेश पूजित भृगु चंदन॥ अज अनंत प्रभु पूर्णकाम की। आरती कीजे श्री परशुराम की॥ नारायण अवतार सुहावन। प्रगट भए महि भार उतारन॥ क्रोध कुंज भव भय विराम...
भारत के उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित हस्तिनापुर, विशेष रूप से हिंदू और जैन धर्म में महान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का एक प्राचीन शहर है। हस्तिनापुर जैन मंदिर, जिसे श्री दिगंबर जैन मंदिर के नाम...