कार्य सिद्धि करने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|

ॐ रक्तकोमलधारिणी महामृत
वासिनी जटो भवन्तु कत्थ्यै
कथ शीघ्रं शुडुं कुरु नमः||

कार्य सिद्धि करने का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का एक हजार जप नवरात्रि में किया जाये फिर पंचमेवा और गुग्गल से हवन करके नौ कुँवारी कन्याओं को भोजन करायें| इससे सब कार्य का शुभाशुभ फल प्रत्यक्ष ज्ञात होता है|

 

 

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