मच गया शोर, सारी नगरी रे – Mach gaya shor sari nagri re

मच गया शोर, सारी नगरी रे,
सारी नगरी रे
आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

हो.. आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे,
सारी नगरी रे
आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

हो.. आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

देखो अरे देखो कहीं ऐसा न हो जाए
चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए

अरे धमकता है इतना तू किसको
डरता है कौन आने दे उसको

ऐसे न बहुत बोलो
मत ठुमक ठुमक डोलो
चिल्लाओगी बहुत गोरी,
जब उलट देगा तोरी,
गगरी आ के बीच डगरी रे

मच गया शोर सारी नगरी रे,
सारी नगरी रे
आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

जाने क्या करता अगर होता कहीं गोरा
जा के जमुना में ज़रा शक्ल देखे छोरा

बिंदिया चमकाती रस्ते में न जा
मनचला भी है गोकुल का राजा
मनचला भी है गोकुल का राजा

पड़ जाये नहीं पाला राधा से कहीं लाला
फिर रोयेगा गोविंदा, मारेंगी ऐसा फंदा
गरदन से बंधेगी ऐसी चुनरी रे

मच गया शोर सारी नगरी रे,
सारी नगरी रे
आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

हो.. आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे,
सारी नगरी रे
आया बिरज का बांका
संभाल तेरी गगरी रे

हो.. आया बिरज का बांका,
संभाल तेरी गगरी रे

आला रे आला गोविंदा आला
आला रे आला गोविंदा आला

 

मच गया शोर, सारी नगरी रे – Mach gaya shor sari nagri re

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