भगवान कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल को घर घर में पूजा जाता है। कई घरों में लड्डू गोपाल की विधिवत पूजा के साथ साथ उनका बिलकुल बच्चों की तरह ख्याल रखा जाता है। उनका मनपसंद भोजन खिलाना,झूला झुलाना, नहलाना , अच्छे अच्छे वस्त्र पहनाना और सुलाना तक बच्चों की भांति होता है।लेकिन कई बार अनजाने में ही सही लेकिन लड्डू गोपाल की पूजा और सेवा में कुछ गलतियां कर देते हैं जिनसे लड्डू गोपाल नाराज हो सकते हैं।
* लड्डू गोपाल को स्नान करवाते समय ध्यान रखें ये बातें:
लड्डू गोपाल को हमेशा शुद्ध और ताजे जल से ही स्नान करवाना चाहिए। लड्डू गोपाल को स्नान करवाने के बाद बचे हुए जल यानी चरणामृत को फेंकना गलत है। इस चरणामृत को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करना चाहिए और दूसरे लोगों में भी वितरित करना चाहिए। चरणामृत को चम्मच या गिलास से पीने की बजाय इसे हथेली में लेकर पीना चाहिए।
* लड्डू गोपाल के लिए पंचामृत बनाते समय ध्यान रखें ये बातें:
जिस घर में लड्डू गोपाल विराजते हैं वहां उन्हें रोज पंचामृत से स्नान लगाया जाता है। आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि पंचामृत तैयार करते समय दूध और दही ताजे होने चाहिए। दूध बिलकुल शुद्ध और पका हुआ होना चाहिए। इसके साथ साथ दही भी ताजा बना होना चाहिए। पंचामृत में बासी दही या दो तीन दिन पुराना दही इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान करवाते समय खड़े नहीं होना चाहिए। एक आसन पर बैठकर उनको स्नान करवाना चाहिए।
* पंचामृत या चरणामृत बच जाए तो क्या करें:
अक्सर लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद पंचामृत और चरणामृत बच जाता है। इसे फेंकने की बजाय प्रसाद के रूप में वितरित करना चाहिए। अगर वो ज्यादा बच गया है तो इसे फेंकने के बजाय गाय या बछड़े को पिला सकते हैं। इसके अलावा इन दोनों चीजों को किसी और जानवर को ना दें। अगर गाय नहीं है तो आप इसे किसी पवित्र पेड़ जैसे पीपल, बरगद आदि की जड़ में डाल सकते हैं।
जानिए लड्डू गोपाल की सेवा और पूजा करते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
Know what things should be kept in mind while serving and worshipping laddu gopal