हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन देवी मां की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। मान्यतानुसार दुर्गा अष्टमी के दिन देवी दुर्गा की आराधना से हर मनोकामना पूरी होती है। माता की कृपा से जीवन में आने वाले सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं। इस बार 14 जुलाई यानि कल रविवार को दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाएगा। इस बार जुलाई माह की अष्टमी तिथि बहुत खास होने वाली है क्योंकि 3 शुभ योग और 3 मुहूर्त बन रहे हैं। ऐसे में मां देवी की पूजा-अर्चना करने और व्रत रखना फलदायी होगा।
* दुर्गा अष्टमी कौन से योग बव रहे हैं?
आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्र की अष्टमी तिथि पर सिद्धि, रवि और शिववास योग बन रहे हैं। सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 16 मिनट पर बन रहा है। वहीं, शिववास योग संध्या के समय 5 बजकर 25 मिनट से बनेगा जबकि रवि योग देर रात 10 बजकर 6 मिनट से शुरू होगा, जो अगले दिन सुबह 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। ये सभी योग माता की आराधना के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मान्यता है इन योगों में मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है।
* दुर्गाष्टमी के मुहूर्त:
आपको बता दें कि अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। वहीं, विजय मुहूर्त, दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर के 3 बजकर 40 मिनट तक रहेगा जबकि अमृत काल दोपहर के 2 बजकर 57 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
* अष्टमी की तिथि:
आपको बता दें कि पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल की अष्टमी तिथि 13 जुलाई शनिवार को दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर शुरू होगी और 14 जुलाई को रविवार को शाम 5 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि होने के नाते आषाढ़ माह की दुर्गाष्टमी का व्रत 14 जुलाई दिन रविवार को रखा जाएगा।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिए दुर्गाष्टमी पर पड़ने वाले योग और मुहूर्त के बारे में –
Know about the yoga and auspicious time falling on durgashtami