हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का खास महत्व है। खासतौर पर मासिक शिवरात्रि व्रत को बेहद शुभ माना गया है। वैशाख माह में आने वाली मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन भक्त भोलेनाथ के लिए सच्चे मन से उपवास रख उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। अगर आप भी देवों के देव महादेव का आशीर्वाद और उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो मासिक शिवरात्रि का व्रत रख भगवान शंकर की आराधना कर सकते हैं।
* कब है वैशाख माह की मासिक शिवरात्रि:
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का शुभारंभ 6 मई सोमवार 2024 दोपहर 2:40 पर होगा। मासिक शिवरात्रि तिथि का समापन अगले दिन 7 मई दिन मंगलवार सुबह 11:40 पर होगा।
इस बार सोमवार 6 मई 2024 को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा जिसका भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
* मासिक शिवरात्रि पूजा विधि:
मासिक शिवरात्रि की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें। इसके बाद भोलेनाथ के सामने व्रत का संकल्प लें। पूजा की शुरुआत करने के लिए वेदी स्थापित करें और विधि-विधान से उसे सजाएं। फिर शिव परिवार की प्रतिमा का स्थापना करें। पंचामृत से अभिषेक करें और देवों के देव महादेव को सफेद चंदन का तिलक लगाएं। मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करें। घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। खीर का भोग लगाएं और सफेद फूलों की माला अर्पित करें। बेलपत्र भगवान शंकर का प्रिय है इसलिए पूजा में बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं। मासिक शिवरात्रि व्रत में तुलसी, हल्दी और केतकी के फूल का प्रयोग ना करें। पूजा के दौरान शिव चालीसा का पाठ करें। आरती से पूजा को पूरी करें। पूजा समाप्त होने के बाद अपनी गलतियों की क्षमा मांगे। माना जाता है कि इस तरह पूजा करने पर भगवान शिव की कृपा मिलती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिए मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व और पूजन के नियम के बारे में –
Know about the importance of monthly shivratri fast and rules of worship