साल भर में आने वाली 12 पूर्णिमाओं में से शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस साल शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन चंद्रदेव 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर अमृत वर्षा करते हैं, जिससे शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में रखी खीर में अमृत का संचार होता है। इस खीर का सेवन करने से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, खासकर त्वचा संबंधी और आंखों की समस्याओं के लिए यह फायदेमंद मानी जाती है। आइए, जानें शरद पूर्णिमा की खीर बनाने की विशेष परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं के बारे में।

* शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने की परंपरा और उसका महत्व – 

इस दिन रात में चांद की रोशनी में खीर बनाकर रखने की विशेष परंपरा है। मान्यता है कि चंद्रदेव की किरणें खीर में अमृत तत्व का संचार करती हैं। अगले दिन सुबह इस खीर को प्रसाद के रूप में खाने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और माना जाता है कि इससे घर में धन-संपत्ति का वास होता है।

* शरद पूर्णिमा और मां लक्ष्मी का संबंध – 

शरद पूर्णिमा को मां लक्ष्मी का प्राकट्य दिवस भी माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करके खीर का भोग लगाने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रसाद स्वरूप खीर खाने से घर में धन की कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

* अन्य धार्मिक परंपराएं – 

इस दिन लोग मिट्टी के घड़े में पानी भरकर चांदनी में रखते हैं और अगली सुबह इस जल से स्नान करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस जल से स्नान करने से रोग और दोषों का निवारण होता है। यह परंपरा विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी मानी जाती है जो त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

* शरद पूर्णिमा का समय और चंद्रोदय का मुहूर्त – 

इस साल शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को रात 8 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर 17 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 55 मिनट तक रहेगी। चंद्रोदय का समय शाम 5 बजकर 04 मिनट पर है। इस दिन व्रतधारी चंद्र दर्शन के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं।

शरद पूर्णिमा पर चंद्रदेव की रोशनी में रखी खीर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि इससे सेहत को भी लाभ मिल सकता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा और अमृतमयी खीर का प्रसाद ग्रहण कर, सुख, शांति और संपत्ति की प्राप्ति की जा सकती है।

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)

 

जानिए शरद पूर्णिमा के दिन विशेष तिथि पर खीर बनाने और अमृत वर्षा की मान्यताओं के बारे में –

Know about the beliefs of making kheer and amrit varsha on the special date of sharad purnima

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