गुर अर्जन विटोह कुर्बानी, गुर अर्जन विटहु कुरबाणी
रहिन्दे गुर दरियाओ विच, मीन कुलीन हेत निर्बाणी
दर्सन देख पतंग ज्यों, जोती अंदर जोत समाणी
गुर अर्जन विटहु कुरबाणी, गुर अर्जन विटोह कुर्बानी
सबद सुरत लिव मिरग ज्यों, भीड़ पई चित अवर ना आणी
चरण कँवल मिल भंवर ज्यों, सुख सम्पत विच रैण विहाणी
गुर अर्जन विटोह कुर्बानी, गुर अर्जन विटहु कुरबाणी
गुर उपदेस ना विसरै, बाबिहे ज्यों आख वखाणी
गुरमुख सुख फल पिरम रस, सहज समाध साध संग जानी
गुर अर्जन विटोह कुर्बानी, गुर अर्जन विटहु कुरबाणी
गुर अर्जन विटोह कुर्बानी- Guru arjan vitoh kurbani