श्री रामायणजी की आरती – Shri ramayan ji ki aarti
आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥ गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद। बालमीक विज्ञान विशारद। शुक सनकादि शेष अरु शारद। बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥ आरती श्री रामायण जी…
आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥ गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद। बालमीक विज्ञान विशारद। शुक सनकादि शेष अरु शारद। बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥ आरती श्री रामायण जी…
जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा। जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय..।। तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए। देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय..।। जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन…
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।…
ॐ जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे, भक्त जनों की नैया, दस जनों की नैया, भव से पार करे, ॐ जय कलाधारी हरे ॥ बालक उमर सुहानी, नाम बालक…
आरती गजवदन विनायक की। सुर मुनि-पूजित गणनायक की॥ एकदंत, शशिभाल, गजानन, विघ्नविनाशक, शुभगुण कानन, शिवसुत, वन्द्यमान-चतुरानन, दु:खविनाशक, सुखदायक की॥ आरती गजवदन विनायक की। सुर मुनि-पूजित गणनायक की॥ https://youtu.be/MV_F41ftZsk ऋद्धि-सिद्धि…
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा । पूजा कनि था प्रेमी, सिदुक रखी सेवा ॥ॐ..॥ तुहिंजे दर दे केई सजण अचनि सवाली । दान वठन सभु दिलि सां…
जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता...॥ सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर…
हर हर गंगे, जय माँ गंगे, हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥ ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥…
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी । ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्रौ पालन्ती ॥ ॥ ॐ जय जगदानन्दी..॥ देवी नारद सारद तुम वरदायक, अभिनव पदण्डी ।…
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा… एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा… दो…
जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥ शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी। गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी॥ ब्रह्मा वेद पढ़े नित…
आरती बाल कृष्ण की कीजै, अपना जन्म सफल कर लीजै॥ श्री यशोदा का परम दुलारा, बाबा के अँखियन का तारा। गोपियन के प्राणन से प्यारा, इन पर प्राण न्योछावर कीजै॥…
जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता । सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता ॥ ॥ जयति जय गायत्री माता..॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक कर्त्री…
ॐ जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे, भक्त जनों की नैया, दस जनों की नैया, भव से पार करे, ॐ जय कलाधारी हरे ॥ बालक उमर सुहानी, नाम बालक…
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा । जय काली और गौर देवी कृत सेवा ॥ ॥ जय भैरव देवा...॥ तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक । भक्तो के सुख…
जय बृहस्पति देवा, ऊँ जय बृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ ऊँ जय बृहस्पति देवा, जय बृहस्पति देवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ।…
जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता । सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता ॥ ॥ जयति जय गायत्री माता..॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक कर्त्री…
तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ, सब घट तुम आप भखनी माँ शकुंभारी अंबा जी की आरती किजो तुम्ही हो शाकुम्भर, तुम ही हो सताक्षी माँ शिवमूर्ति माया प्रकाशी माँ शाकुम्भरी…
आरती गजवदन विनायक की। सुर मुनि-पूजित गणनायक की || एकदंत, शशिभाल, गजानन, विघ्नविनाशक, शुभगुण कानन, शिवसुत, वन्द्यमान-चतुरानन, दु:खविनाशक, सुखदायक की॥ आरती गजवदन विनायक की। सुर मुनि-पूजित गणनायक की॥ https://youtu.be/_zgQlMTAiTo …
आरती कीजै शैल – सुता की ।। टेक ।। जगदम्बा की आरती कीजै , सनेह-सुधा, सुख सुन्दर लीजै । जीने नाम लेत दृर्ग भीजे, ऐसी वह माता वसुधा की ।।…
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम। पूर्ण किज्जो मेरे सभी काम। चन्द्र स्मन तुम शीतल दाती। चन्द्र तेज किरणो मे स्मति।। क्रोध को शांत करने वाली। मीठे भोल शिकाने वाली। मन…
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी। घृत दीपक से करु आरती, घृत दीपक से करु आरती। आप अन्तर्यामी, ॐ जयशीतलनाथ स्वामी ॥ ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...॥ भदीदलपुर…
शौर्य तेज बल-बुद्धि धाम की॥ रेणुकासुत जमदग्नि के नंदन। कौशलेश पूजित भृगु चंदन॥ अज अनंत प्रभु पूर्णकाम की। आरती कीजे श्री परशुराम की॥ नारायण अवतार सुहावन। प्रगट भए महि भार…
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं । ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं..॥…
ॐ जय जय जय श्री गिरिराज, जय जय श्री गिरिराज संकट में तुम रखो, निज भक्तन की लाज जय जय जय श्री गिरिराज, जय जय श्री गिरिराज इंद्रादिक सब देवा…
जय गोरख देवा, जय गोरख देवा । कर कृपा मम ऊपर, नित्य करूँ सेवा ॥ शीश जटा अति सुंदर, भाल चन्द्र सोहे । कानन कुंडल झलकत, निरखत मन मोहे ॥…
ॐ जय जय जय गिरिराज,स्वामी जय जय जय गिरिराज। संकट में तुम राखौ,निज भक्तन की लाज॥ ॐ जय जय जय गिरिराज…॥ इन्द्रादिक सब सुर मिलतुम्हरौं ध्यान धरैं। रिषि मुनिजन यश…
आरती श्री जनक दुलारी की। सीता जी श्री रघुबर प्यारी की॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी, परम दयामय दीनोधारिणी, सिया मैया भक्तन हितकारी की॥ आरती श्री…
ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा । संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा ॥ ॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ पवन पुत्र अंजनी सूत, महिमा अति भारी । दुःख…
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरवर काँपे । रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई । संतन…
पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् । निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥ शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम् । वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ…
आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिय पी की !! गावत ब्रहमादिक मुनि नारद, बाल्मीकि बिग्यान बिसारद, शुक सनकादिक शेष अरु शारद, बरनि पवनसुत कीरति नीकी, आरती श्री…
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची । नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची । सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची । कंठी झलके माल मुकताफळांची । जय देव जय देव.. जय देव जय…
श्री विरंचि कुलभूषण, यमपुर के धामी । पुण्य पाप के लेखक, चित्रगुप्त स्वामी ॥ सीस मुकुट, कानों में कुण्डल, अति सोहे । श्यामवर्ण शशि सा मुख, सबके मन मोहे ॥…
नामु तेरो आरती भजनु मुरारे,हरि के नाम बिनु झूठे सगल पसारे । नाम तेरा आसनो नाम तेरा उरसा,नामु तेरा केसरो ले छिटकारो । नाम तेरा अंभुला नाम तेरा चंदनोघसि,जपे नाम…
ॐ जय जानकीनाथा, जय श्री रघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥ तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता । तुम ही सज्जन-संगी, भक्ति मुक्ति दाता…