बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे…
|| दोहा ||
सदा पापी से पापी को भी तुम,
माँ भव-सिन्धु तारी हो
फंसी मझधार में नैया को भी,
पल में उभारी हो
ना जाने कौन ऐसी भूल,
मुझ से हो गयी मैया
तुमने अपने इस बालक को माँ,
मन से बिसारी हो
बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया
ऐ शेरोंवाली मैया, देवास वाली मैया
ऐ मेहरों वाली मैया, ऐ खंडवा वाली मैया
अपना मुझे बना ले, मेरी मैया
अपना मुझे बना ले, ऐ शेरोंवाली मैया
अपना मुझे बना ले, ऐ मेहरों वाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे
दर्शन को मेरी अखियाँ,
कब से तरस रहीं हैं
सावन के जैसे झर झर,
झर झर अखियाँ बरस रहीं हैं
दर पे मुझे बुला ले, मेरी मैया
दर पे मुझे बुला ले, ऐ शेरोंवाली मैया
दर पे मुझे बुला ले, ऐ मेहरों वाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया
बिगड़ी मेरी बना दे ||
बिगड़ी मेरी बना दे, ऐ शेरोंवाली मैया – Bigdi meri bana de ai sherawali maiya