भोले दी बरात चली,
गज वाज के,
सारीया ने भंग पीती राज राज के
हो सारीया ने सारीया ने
सारीया ने सारीया ने
सारीया ने भगत प्यारिया ने
ब्रह्मा विष्णु ख़ुशी मांदे,
देवी देव जय कारे लौंदे,
बन के बाराती आये सज धज के,
सारीया ने भंग पीती….
भोले वखरा रूप बनया,
गौर मैया नाल बयाह रचाया,
देखनु ने आये सारी भज भज के,
सारीया ने भंग पीती……
राजू वीर हरिपुरिये गाणी,
महिमा शिव दी कही ना शिवानी,
साज भी ना थके बज बज के,
सारीया ने भंग पीती…..
भोले दी बरात चली गज वाज के – Bhole di baraat chali gaj vaj ke