सुनहरी मस्जिद, जिसे गोल्डन मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित एक ऐतिहासिक मस्जिद है। इसका निर्माण 1721 में मुग़ल सम्राट मुहम्मद शाह के शासनकाल के दौरान नवाब क़मर-उद-दीन ख़ान द्वारा करवाया गया था, जो उस समय मुग़ल दरबार में एक महत्वपूर्ण मंत्री थे। मस्जिद का नाम ‘सुनहरी’ इसलिए पड़ा क्योंकि इसके गुंबदों को सोने की परतों से ढंका गया था, जिससे यह मस्जिद दूर से चमकती हुई दिखाई देती थी।

सुनहरी मस्जिद मुग़ल वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो अपनी सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह मस्जिद लाल किले के नजदीक है, और इसे कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी माना जाता है।

1739 में, फारस के आक्रमणकारी नादिर शाह ने इस मस्जिद के पास चांदनी चौक में एक व्यापक नरसंहार किया था, जिसने इसे और भी ऐतिहासिक बना दिया।

समय के साथ, सुनहरी मस्जिद की संरचना में कुछ बदलाव और पुनर्स्थापन हुए हैं, लेकिन इसकी ऐतिहासिक महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर अभी भी बरकरार है।

 

सुनहरी मस्जिद का इतिहास – History of sunehri masjid

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