इस्लाम धर्म में रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख को मिलादुन्नबी के दिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाई जाती है। इस दिन इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्मदिन होता है। मान्यतानुसार पैगंबर मोहम्मद का जन्म मक्का में हुआ था। कहते हैं अल्लाह ने हजरत मोहम्मद को अवतार के रूप में भेजा था। पैगंबर मोहम्मद के वालिद अबदुल्ला बिन अब्दुल मुतलिब थे और वालेदा का नाम आमेना था। हर साल ईद-ए-मिलाद-उन-नबी पैगंबर मोहम्मद के जन्म के जश्न के रूप में मनाई जाती है। जानिए इस साल किस तारीख पर ईद मनाई जा रही है।

* ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की तारीख:

इस साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, ईद मिलाद उन नबी 16 सितंबर, सोमवार के दिन मनाई जा रही है। इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालें तो कहा जाता है कि समाज में पसरे अंधकार, जुआखोरी और लूटमार से सभी परेशान थे। ऐसे में अल्लाह ने मोहम्मद साहब को धरती पर भेजा।

मोहम्मद साहब के पिता की मृत्यु तब ही हो गई थी जब मोहम्मद साहब बेहद छोटे थे। ऐसे में उनका लालन-पालन उनके चाचा अबू तालिब ने किया।

हजरत मोहम्मद बचपन से ही अल्लाह की इबादत में लीन रहते थे और वे मक्का की पहाड़ी की इबादत भी किया करते थे। जब वे 40 वर्ष के हुए थे तो उन्हें अल्लाह से संदेश प्राप्त हुआ जिसके बाद से वे अल्लाह के संदेश को सभी तक पहुंचाने लगे।

हजरत मोहम्मद ने अल्लाह को वचन दिया कि वे इस्लाम धर्म की अगुवाई करेंगे। कहते हैं लोगों को इस्लाम धर्म समझाने में मोहम्मद साहब को बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ा था। उन्हें दुश्मनों के जुल्म और सितम भी सहने पड़े थे। लेकिन, वे अपने लक्ष्य से नहीं हटे और लोगों को इस्लाम का महत्व समझाते रहे।

हर साल ईद के मौके पर घर और मस्जिद को सजाया जाता है। यह जश्न का दिन होता है। लोग दरगाह जाते हैं और हजरत मोहम्मद के संदेश पढ़ते हैं। इस दिन जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और अल्लाह की इबादत में दिन बीतता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)

 

ईद-ए-मिलाद-उन-नबी कब है, जानिए इस इस्लामिक पर्व का महत्व –

When is eid-e-milad-un-nabi, know the importance of this Islamic festival

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