हिंदू धर्म में कई देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। सभी देवी देवताओं की पूजा के लिए अलग-अलग विधि-विधान होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के बहुत सारे भक्त उनके बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करते हैं और घर में लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं। इनकी पूजा, भोग से लेकर उनके वस्त्र और आभूषण को लेकर कई नियम हैं। भक्त मौसम के अनुसार लड्डू गोपाल को तरह तरह के वस्त्र पहनाते हैं। भक्त हर अवसर पर भगवान को रंग बिरंगे वस्त्र और आभूषण से सजाना पसंद करते हैं। लेकिन उनके मन में यह सवाल रहता है लड्डू गोपाल के पुराने वस्त्रों का क्या करें। आइये जानते हैं लड्डू गोपाल के वस्त्रों से जुड़े नियम।
* लड्डू गोपाल के पुराने वस्त्र:
लड्डू गोपाल को भूलकर भी बहुत पुराने और फटे वस्त्र न पहनाएं। ऐसे वस्त्रों को खंडित माना जाता है और भगवान के लिए इस तरह के वस्त्रों को वर्जित माना जाता है। जब तक वस्त्र नए हों और उनकी चमक बरकरार रहती हैं उन्हें स्वच्छ कर पुन: पहनाया जा सकता है, लेकिन पुराने वस्त्र और फटे वस्त्र भगवान को बिलकुल नहीं पहनाने चाहिए।
लड्डू गोपाल पुराने वस्त्र भी भगवान के धारण किए वस्त्र होते हैं इसलिए उनका धार्मिक विधि से निपटान करना चाहिए। लड्डू गोपाल के पुराने या कटे-फटे वस्त्रों को भूलकर भी रद्दी में नहीं डालना चाहिए और न ही इधर-उधर फेंकना चाहिए। उन्हें दान किया जा सकता है।
* नदी में विसर्जन:
लड्डू गोपाल के बहुत पुराने वस्त्रों को घर में रखने की जगह धार्मिक विधि से किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर देना चाहिए। इसके साथ ही आप लड्डू गोपाल के वस्त्रों का भूमि विसर्जन भी कर सकते हैं। इसके लिए आप मिट्टी में करीब एक फीट का गड्ढा खोदकर वस्त्र को डाल दें और मिट्टी भरकर इसके ऊपर कोई पौधा लगा दें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिए क्या लड्डू गोपाल के वस्त्र दोबारा पहनाना सही है?
Know whether it is right to wear laddu gopal’s clothes again?