वास्तु के नियमों का बहुत महत्व होता है। इन नियमों के पालन से घर में सकारात्कम ऊर्जा बनी रहती है। जिसके प्रभाव से जीवन में सुख-शांति में वृद्धि होती है और परेशानियां कम होती हैं। वास्तु के अनुसार घर में देवी-देवताओं की मूर्तियों और तस्वीरों का सही दिशा में रखना बहुत जरूरी है। धन की देवी लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के स्थान में वास्तु नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। घर में गजलक्ष्मी का चित्र रखने और उनकी पूजा करना बहुत लाभदायी होता है। माता के इस रूप को आरोग्य, सुख सौभाग्य और सफलता प्रदान करने वाला माना जाता है। 

* कर्ज से मुक्ति:

धन की देवी लक्ष्मी के ऐसे रूप को जिसमें वे ऐरावत हाथी और एक हाथ में धन का कलश लिए नजर आती हैं गजलक्ष्मी कहा जाता है। गज लक्ष्मी की पूजा से घर में धन-वैभव की वृद्धि होती है। उन्हें सुख-समृद्धि की देवी माना जाता है। गजलक्ष्मी की पूजा से कर्ज से मुक्ति प्राप्त होती है और व्यवसाय मे लाभ के योग बनते हैं। माता के इस रूप की पूजा बहुत फलदायी होती है लेकिन गजलक्ष्मी स्वरूप के चित्र को घर में सही स्थान पर लगाना जरूरी होता है।

* यहां रखें गजलक्ष्मी की तस्वीर:

वास्तु के नियमों के अनुसार, घर के उत्तर पूर्व यानी ईशान कोण में या पूजाघर में दाईं ओर गजलक्ष्मी की तस्वीर लगाना सबसे शुभ फल प्रदान करने वाला होता है। घर में ईशान कोण को देवी देवताओं का स्थान माना जाता है। इसके अलावा उत्तर दिशा में भी मां लक्ष्मी के इस रूप को स्थापित किया जा सकता है।

* गजलक्ष्मी पूजा के मंत्र:

गजलक्ष्मी की पूजा में इत्र, गंध और कमल का फूल अर्पित करना चाहिए। गजलक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए गजलक्ष्मी मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए

– ऊँ विद्या लक्ष्म्यै नम:

– ऊँ आद्य लक्ष्म्यै नम:

– ऊँ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:

– ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नम:

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)

 

जानिए कैसे देवी गजलक्ष्मी की पूजा से कर्ज से मुक्ति और व्यापार में लाभ मिलता है।

Know how worshiping goddess Gajalakshmi helps in getting relief from debt and profit in business

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