हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद का महीना छठा महीना होता है। यह महीना सावन के बाद आता है। इस साल सावन का महीना 19 अगस्त के दिन खत्म हो रहा है और 20 अगस्त को भाद्रपद का महीना शुरू हो चुका है और 18 सितंबर को भाद्रपद खत्म हो जाएगा। इसे भादो का महीना भी कहते हैं। भाद्रपद महीने में भगवान शिव के साथ ही भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा का विधान होता है। साथ ही गणपति बप्पा की भी इस माह में विशेष पूजा की जाती है।
* भाद्रपद महीने के व्रत त्योहार:
22 अगस्त, गुरुवार – कजरी तीज
24 अगस्त, शनिवार – बलराम जयंती
25 अगस्त, रविवार – भानू सप्तमी
26 अगस्त, सोमवार – कृष्ण जन्माष्टमी
27 अगस्त, मंगलवार – दही हांडी
29 अगस्त, गुरुवार – अजा एकादशी
31 अगस्त, शनिवार – प्रदोष व्रत
2 सितंबर, सोमवार – भाद्रपद अमावस्या
6 सितंबर, शुक्रवार – हरतालिका तीज, वराह जयंती
7 सितंबर, शनिवार – गणेश चतुर्थी
8 सितंबर, रविवार – ऋषि पंचमी
10 सितंबर, मंगलवार – ललिता सप्तमी
11 सितंबर, बुधवार – राधा अष्टमी,
महालक्षमी व्रत की शुरूआत
14 सितंबर। शनिवार – परिवर्तिनी एकादशी
15 सितंबर, रविवार – प्रदोष व्रत, वामन जंयती
16 सितंबर, सोमवार – विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति
17 सितंबर, मंगलवार पूर्णिमा श्राद्ध, गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
18 सितंबर, बुधवार – पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण
माना जाता है कि भाद्रपद महीने में पूरे मनोभाव से पूजा-पाठ किया जाए तो जीवन में खुशहाली आती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। भाद्रपद माह में मांस-मदिरा के सेवन से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इस महीने में गरीबों और जरूरमंदों को दान देने का भी विशेष महत्व होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिए भाद्रपद में जन्माष्टमी से लेकर अजा एकादशी और भानु सप्तमी जैसे व्रत त्योहार कब रखे जाएंगे –
Know when the fasting festivals like janmashtami to aja ekadashi and bhanu saptami will be observed in bhadrapada