चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर का इतिहास – History of chaukhtatgyi buddha temple

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चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर का इतिहास - History of chaukhtatgyi buddha temple

चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर, जिसे “चौकहटटगयी पगोडा” भी कहा जाता है, म्यांमार (बर्मा) के यांगून (रंगून) शहर में स्थित एक प्रमुख बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर अपनी विशाल लेटी हुई बुद्ध प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है, जो दुनिया की सबसे बड़ी लेटी हुई बुद्ध प्रतिमाओं में से एक है।

चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर का निर्माण पहली बार 1966 में हुआ था। यह मंदिर 1907 में शुरू किए गए एक पुराने मंदिर की जगह पर बनाया गया है। पुराने मंदिर में स्थित बुद्ध प्रतिमा को नए मंदिर में स्थानांतरित किया गया और इसे और भी विस्तृत और प्रभावशाली बनाया गया। इसके निर्माण के लिए म्यांमार के विभिन्न हिस्सों से दान और सहयोग प्राप्त हुआ था।

मंदिर का मुख्य आकर्षण 66 मीटर (217 फीट) लंबी और 16 मीटर (52 फीट) ऊँची लेटी हुई बुद्ध प्रतिमा है। यह प्रतिमा अत्यंत विस्तृत और कलात्मक है, जिसमें बुद्ध की शांति और आशीर्वाद मुद्रा को दर्शाया गया है। प्रतिमा के पैरों की तलवों पर 108 पवित्र प्रतीकों को उकेरा गया है, जो बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रतिमा के सिर के पीछे एक विस्तृत मुकुट और आभूषण भी दिखाई देते हैं।

चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यहाँ पर विशेष पूजा और ध्यान सत्र आयोजित किए जाते हैं, जिसमें स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय भक्तजन भाग लेते हैं। यह मंदिर यांगून के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का हिस्सा है और इसे देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक यहाँ आते हैं। यह स्थान बर्मी संस्कृति और कला के अद्वितीय नमूनों का भी प्रदर्शन करता है।

मंदिर और बुद्ध प्रतिमा की देखभाल और संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं। स्थानीय प्रशासन और भक्तजन मिलकर इसे संरक्षित रखने के लिए कार्य करते हैं। मंदिर परिसर में आधुनिक सुविधाओं का भी समावेश किया गया है, जैसे कि ध्यान और प्रार्थना के लिए विश्राम स्थल, पर्यटकों के लिए गाइड सेवाएँ, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्थान।

चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, बल्कि यह म्यांमार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस मंदिर की विशाल और अद्वितीय बुद्ध प्रतिमा विश्वभर के पर्यटकों और भक्तजनों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, और यह बौद्ध कला और संस्कृति का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।

 

चौकहटटगयी बुद्ध मंदिर का इतिहास – History of chaukhtatgyi buddha temple