मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै ..

मधुसूदन मेरे मन तन प्राना
हौं हरि बिन दूजा अवर न जाना
कोई सज्जण संत मिलै वडभागी
मै हरि प्रभ प्यारा दसै जीओ
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै ..

हौं मन तन खोजी भाल भालाई
क्यों प्यारा प्रीतम मिलै मेरी माई
मिल सतसंगत खोज दसाई
विच संगत हर प्रभ वसै जीओ
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै ..

 

मेरा प्यारा प्रीतम सतगुर रखवाला
हम बारिक दीन करहु प्रतिपाला
मेरा मात पिता गुर सतगुर पूरा
गुर जल मिल कमल विगसै जीओ
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै ..

मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
हरि हरि दया करहु गुर मेलहु
जन नानक गुर मिल रहसै जीओ
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै
मेरे मन तन वेदन गुर बिरहु लगावै
मैं बिन गुर देखे नींद न आवै ..

 

मैं बिन गुर देखे नींद न आवै – Main bin gur dekhe neend na aave

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